Tuesday 21 October 2014

पिण्डारी और कफनी ग्लेशियर



पिण्डारी ग्लेशियर उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के बागेश्वर जिले में समुद्र तल से 3353 मीटर (11657 फ़ीट) की ऊंचाई पर नंदा देवी और नन्दकोट की हिमाच्छादित चोटियों के बीच में स्थित है.पिण्डारी ग्लेशियर सदा से ही पर्वतारोहियों और ट्रेकरों को अपनी खूबसूरती के कारण लुभाता रहा है. हिमालय के सभी ग्लेशियरों की तुलना में इस ग्लेशियर पर सबसे आसानी से पहुंचा जा सकता है. इसलिए जो भी पर्यटक ग्लेशियर पर जाने की इच्छा रखते हैं वे आसानी से इसकी यात्रा कर सकते हैं इस हिमखंड का निर्माण मुख्यत: नंदा देवी और इसके आस पास स्थित हिमालय की अन्य चोटियों पर पड़ने वाली बर्फ के नीचे इकठ्ठी होने के कारण होता है. स्थानीय निवासी इस ग्लेशियर को बड़े गर्व से "कुमाऊं का रत्न" कहते हैं. पिण्डारीग्लेशियर की लम्बाई 2 किमी और चौड़ाई 1.5 किमी है.ग्लेशियरका ज़ीरो पॉइंट समुद्र तल से 3660 मीटर की ऊंचाई पर है. पिण्डारी ग्लेशियर पिण्डारी नदी का स्रोत है यह नदी यहाँ से निकलकर उत्तराखंड के कर्णप्रयाग़ शहर में अलकनंदा नदी में जाकर मिलती है. पिण्डारी घाटी में बायीं ओर कफनी ग्लेशियर है.समुद्र तल से जिसकी ऊंचाई 3860 मीटर है. पिंडारी और कफनी ग्लेशियर जाने का मार्ग द्वाली नामक स्थान तक एक ही है. द्वाली से एक रास्ता कफनी और दूसरा रास्ता पिण्डारी को जाता है.
पिण्डारी ग्लेशियर की यात्रा करने के लिए अप्रैल से नवंबर का समय (मानसून अवधि को छोड़कर) सबसे उपयुक्त है.इस यात्रा को पूरा करने में तकरीबन 10 दिनोंका समय लगता है. इस यात्रा का सबसे सही रुट इस प्रकार है.
काठगोदाम-अल्मोड़ा-बागेश्वर- लोहारखेत- द्वाली- पिण्डारी ग्लेशियर - अल्मोड़ा-काठगोदाम।

काठगोदाम तक रेल या बस के द्वारा पहुंचा जा सकता है. काठगोदाम जाने के लिए दिल्ली एवं कोलकाता से सीधी ट्रेन सेवा है. सड़क मार्ग से दिल्ली से काठगोदाम 5-6 घंटे में पहुंचा जा सकता है.पिण्डारी और कफनी ग्लेशियर् जाने  के लिए यात्रा का कार्यक्रम निम्नानुसार बनाया जा सकता है.

पहला दिन -
काठगोदाम-बागेश्वर-लोहारखेत   दूरी 210 किमी  समय -6 -7 घंटे

वागेश्वर में आगे की यात्रा के लिए आवश्यक सामान की खरीदारी कर सकते हैं. साथ ही वागेश्वर में बाघनाथ मंदिर के दर्शन कर सकते हैं, आज के अंतिम पड़ाव लोहारखेत में रात्रि विश्राम ,लोहारखेत की समुद्रतल से ऊंचाई 1760 मीटर (5774 फ़ीट)

दूसरा दिन-
लोहारखेत से धाकुडी        दूरी 10 किमी की ट्रैकिंग  समय  5 घंटे
धाकुडी में रात्रि विश्राम   धाकुडी की समुद्रतल से ऊंचाई 2680 मीटर (8793 फ़ीट)

तीसरा दिन-
धाकुडी से खाती            दूरी 9 किमी            समय 5 घंटे
खाती इस यात्रा मार्ग पर पड़ने वाला सबसे बड़ा गाँव है. इस गाँव में आपको जरुरत की हर चीज मिल जाएगी.  धाकुडी से खाती का पूरा मार्ग बुरांश के घने जंगल से घिरा हुआ है. खाती गाँव समुद्रतल से 2210 मीटर (7250 फ़ीट)ऊंचाई पर बसा हुआ है. यहाँ पर विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. इसलिए यहाँ पर ग्रामवासी जेनेरटर से मोबाइल और कैमरा को रिचार्ज करने की व्यवस्था कर देते हैं. इसकेलिए आपको भुगतान करना होगा. खाती गाँव से 500 मीटर आगे कुमाऊं पर्यटन विकास निगम का विश्राम गृह है. यहाँ पर पहले से बुकिंग कर रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जा सकती है. खाती गाँव में भी ठहरने का इंतजाम है. खाती गाँव पिण्डारी नदी के तट पर बसा हुआ है. ऐसी मान्यता है कि जब पांडव यहाँ आये थे तो खाती गांव के लोगों ने उनकी मेजबानी की थी.  चूंकि खाती गाँव धाकुडी की तुलना में नीचे स्थान पर बसा हुआ है इसलिए इस मार्ग में कम कठिनाइ होती है.
चौथा दिन-
खाती से द्वाली            दूरी 11 किमी         समय 6 घंटे
रास्ते में एक ढाबा है जहाँ पर यात्रियों के लिए चाय और मेगी मिल सकती है. रात्रि विश्राम द्वाली में करना होता है जिसकी समुद्रतल से ऊंचाई 2575 मीटर (8448 फ़ीट) है.
पांचवां दिन
द्वाली से फुरकिया        दूरी 5 किमी        समय  तीन घंटे
यह मार्ग कड़ी चढाई वाला है. इसलिए समय अधिक भी लग सकता है. फुरकिया वह अंतिम स्थान है हं पर आपको कुमाऊं मंडल निगम की हट उपलब्ध है.यहाँ पर एक बहुत ही सुन्दर जल प्रपात है. फुरकिया समुद्रतल से 3250 मीटर (10662 फ़ीट ) की ऊंचाई पर स्थित है. रात्रि विश्राम फुरकिया में
छठा दिन -
फुरकिया-जीरो पॉइंट -फुरकिया -द्वाली  दूरी 15 किमी   समय 7 घंटे
इस मार्ग पर हिमालय के विहंगम दृश्यों का अवलोकन किया जा सकता है. जीरो पॉइंट पिण्डारी ग्लेशियर का अंतिम पड़ाव है. यदि आप जीरो पॉइंट पर कुछ ज्यादा समय बितानां चाहते हैं तो आपको फुरकिया से जल्दी ही प्रस्थान का देना चाहिए। जीरो पॉइंट 3660 मीटर (12000 फ़ीट) की ऊंचाई पर है. इसलिए यहाँ पर  ज्यादा देर रुकना ठीक नहीं है. जीरो पॉइंट से एक किमी पहले एक बाबाजी की कुटिया है. बाबाजी यहाँ तक यात्रा पर आने वाले लोगों को भोजन करवाते हैं.  जीरो पॉइंट से आगे जाने के लिए अनुभव और उपकरणो की आवश्यकता होती है. रात्रि विश्राम पुनः द्वाली में.
सांतवां दिन
द्वाली से कफनी ग्लेशियर       दूरी 12 किमी         समय 6 घंटे
कफनी ग्लेशियर पिण्डारी घाटी के बायीं ओर स्थित है. कफनी ग्लेशियर से हिमालय की नंदा देवी (6806 मीटर) नंदा भनर (6104 मीटर) चोटियों को देखा जा सकता है.रात्रि विश्राम कफनी
आठवां दिन
कफनी से द्वाली           दूरी 12 किमी   समय 5 घंटे       रात्रि विश्राम द्वाली में
नौवां दिन -
द्वाली-खाती-धाकुडी        दूरी 20 किमी    समय 7-8 घंटे     रात्रि विश्राम धाकुडी में
दसवां दिन
धाकुडी-लोहारखेत-अल्मोड़ा- काठगोदाम






























3 comments:

  1. वाह क्या कहने

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